Renown Vastu Shashtra consultant who provide Vaastu and Feng Shui principles for home, business, office, commercial building, vacant plots, Shop, Factories, Industries, Hotels, Motels etc and help us to make our lives better and protect us.
Monday, July 18, 2016
Sunday, July 17, 2016
Friday, July 15, 2016
15 Vastu tips for the success of your business
Make your office Vastu Shastra friendly by keeping in mind the principles of design, layout, space arrangement and spatial geometry.
Make your office Vastu Shastra friendly by keeping in mind the principles of design, layout, space arrangement and spatial geometry. Vastu is a science that deals with the construction and architecture. It works by balancing five elements of environment – Water, Fire, Earth, Air, and Space.
Here’re some tips to follow for the success of your business.1. If you are looking for a land or plot for your office, factory or any other commercial structure, go for Shermukhi plots. These plots are broader from front and narrow at the end. Also try to purchase land close to roads that are highly operational.
3. According to Vastu Shastra, the main door or entrance of the office building should face east or north direction. Do not place anything that creates obstacle close to or in front of the main entrance.
4. Welcome room of business houses should be located in the east direction or the north-east corner.
5. Keep the central part of office building empty.
6. Room of office owner should be in south-west direction and he or she should sit facing north. Do not place temple or idols behind the owner’s seat. There should be a concrete wall behind owner’s seat and not any glass structure. His or her desk should be rectangular.
7. Staff should work facing the north or east directions.
8. To ensure a strong financial support system, free the north-west (NW) zone of the business house from anti-elements and activities. Do not build toilet in this zone as it will hamper the financial support. Since white horses symbolize financial support, they can be placed in NW zone.
9. Accounts department should be in the north and east zone and employees dealing with bank and cash transaction should sit facing east and north direction. All the financial records should be kept in central north or southwest of the cabinet.
10. Businesses work on payments and new orders. With the help of Vastu you can make this process smoother. Do not build pantry or paint the north zone in red or pink. Similarly, free the south-east zone from blue colour and use green plants.
11. Conference room should be placed in the north-west direction.
12. You can place an aquarium with nine goldfish and one blackfish in the North-East direction.
13. Desks or workstations should be rectangular or square but not L-shaped. Any irregular shape creates confusion and should be avoided.
14. All the electrical equipment should be placed in the south-east direction of the office building.
15. If your business is related to manufacturing, it should start from south and then move towards north and west before reaching east.
Author is CEO & Founder MahaVastu
© The Indian Express Online Media Pvt Ltd
Thursday, July 14, 2016
किचिन को यहां बनाने से होती है किच-किच
रसोईघर (किचिन), घर का एक महत्वपूर्ण भाग है। यदि मनुष्य अच्छा भोजन
करता है तो उसका दिन भी अच्छा गुजरता है। दुनिया के हर धर्म में रसोईघर को
बेहद अहम माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अतिरिक्त फेंगशुई में भी किचन को
लेकर कई टिप्स दिए गए हैं।
रसोईघर के लिए फेंग शुई के उपाय
विभिन्न ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार रसोईघर को शुभ दिशा में होना चाहिए। यदि रसोईघर सही दिशा या स्थिति में नहीं है तो यह कई प्रकार की समस्या उत्पन्न कर सकता है। फेंगशुई के अनुसार रसोईघर के लिए निम्न उपाय हैं...
रसोईघर के लिए फेंग शुई के उपाय
विभिन्न ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार रसोईघर को शुभ दिशा में होना चाहिए। यदि रसोईघर सही दिशा या स्थिति में नहीं है तो यह कई प्रकार की समस्या उत्पन्न कर सकता है। फेंगशुई के अनुसार रसोईघर के लिए निम्न उपाय हैं...
- फेंगशुई के अनुसार रसोईघर को घर के पूर्व व दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए, क्योंकि ये दोनों दिशाएं वायु और प्रकाश का संचालन करती हैं।
- रसोईघर की दीवारों का रंग सफेद रखना चाहिए. सफेद रंग स्वच्छता की निशानी माना जाता है।
- रसोईघर में टूटे हुए बर्तन, और शीशा कभी नहीं रखने चाहिए। ऐसी चीजें अशुभ साबित हो सकती हैं।
- जरूरत न होने पर रसोई का दरवाजा बंद ही रखना चाहिए।
- झाड़ू और पोछे को रसोईघर से दूर रखना चाहिए। ऐसी चीजें घर में अन्न की कमी का आभास कराते हैं।
- रसोईघर को घर में मुख्य प्रवेश द्वार के सामने नहीं होना चाहिए। ऐसे में विवाद होना संभव है।
- रसोईघर में बिजली के अत्यधिक उपकरण नहीं रखने चाहिए।
- चाकू, कैंची या किसी अन्य कटार को रसोईघर की दीवार पर नहीं लटकाना चाहिए।
- इस्तेमाल में न आने वाले बर्तन व बासी भोजन को रसोईघर में नहीं रखना चाहिए।
- किचन में हमेशा अच्छे मूड से जाना चाहिए।कहा जाता है एक हैप्पी कूक इज द बेस्ट कूक।
- चूल्हा, स्टोव या गैस, रसोईघर में इस प्रकार से रखा होना चाहिए कि जातक दरवाजे को देख सके. इससे मनुष्य तनावमुक्त होता है।
- रसोईघर में माइक्रोवेव ओवन को दक्षिण- पश्चिम दिशा में रखना चाहिए, जिसके फलस्वरूप रसोईघर स्वत: ही सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करता है।
- रेफ्रिजरेटर एक इलेक्ट्रिक मशीन है, जिसे ऐसे स्थान या मंडल में रखना चाहिए जो जातक के लिए विशेष प्रेरक के रूप में हो।
- दक्षिण दिशा में रेफ्रिजरेटर रखने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है, क्योंकि दक्षिण दिशा का तत्व 'अग्नि' है। जिसके फलस्वरूप दक्षिण दिशा, रेफ्रिजरेटर के ठंडे तापमान से मेल नहीं खाता।
- Source
Wednesday, July 13, 2016
घर में भूल कर भी न रखें कांटेदार पौधे, मनी प्लांट लगाना होता है शुभ
उज्जैन। वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस प्रकार घर का हर हिस्सा
हमारे जीवन को प्रभावित करता है, उसी तरह घर में सजावट के लिए रखे गए पौधे
भी हमारे जीवन पर सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। जाने-अनजाने में
हम कई बार ऐसे पौधे अपने घर में रख लेते हैं जिनके कारण वास्तु दोष
उत्पन्न हो जाता है, जिसका सीधा-सीधा असर हमारे जीवन पर पड़ता है। आज हम
आपको बता रहे हैं घर में किस प्रकार के पौधे रखना चाहिए और कैसे नहीं। इसकी
जानकारी इस प्रकार है-
1-
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कांटेदार व दूध (जिनके कटने-छिलने पर सफेद
द्रव्य निकलता हो) वाले पौधे नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि कांटे नकारात्मक
ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। गुलाब जैसे कांटेदार पौधे लगाए जा सकते हैं पर इसे
घर की छत पर रखें तो बेहतर रहेगा।
2-
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मनी प्लांट लगाना बहुत ही शुभ होता है।
ज्योतिष के अनुसार मनी प्लांट शुक्र ग्रह के कारक हैं। शुक्र की उपस्थिति
में पति-पत्नी के संबंध मधुर होते हैं।
3- घर में बांस के पौधे लगा सकते हैं। फेंगशुई के अनुसार बांस के पौधे सुख व समृद्धि के प्रतीक होते हैं।
4- घर या कार्यस्थल (दुकान व ऑफिस) की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने
के लिए गुलदस्तों में रोज ताजे फूल लगाएं। फूलों के गुलदस्ते ताजगी व
सौभाग्य की वृद्धि करते हैं। मुरझाए फूल व पत्तियां नकारात्मक ऊर्जा
उत्पन्न करती हैं।
5- बेडरूम में किसी भी तरह के पौधे लगाने से बचना चाहिए। इससे दांपत्य जीवन
पर बुरा असर पड़ सकता है। डाइनिंग व ड्रॉइंग रूम में गमले रखे जा सकते
हैं।
6- यदि घर की किसी दीवार पर पीपल उग आए तो उसे पूजा
करके हटाते हुए गमले में लगा देना चाहिए। पीपल को बृहस्पति गृह का कारक
माना जाता है।
7- बोनसाई पौधे भी घर में तैयार नहीं करने चाहिए और न ही बाहर से
लाकर लगाने चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार बोनसाई पौधे घर में रहने वाले
सदस्यों का विकास रोकते हैं।
8- गुलाब, चंपा व चमेली के पौधे घर में लगाना अच्छा माना जाता है क्योंकि इससे मानसिक तनाव व अवसाद में कमी आती है।
9- शयन कक्ष के नैऋत्य कोण में टेराकोटा या चीनी मिट्टी के फूलदानों में सूरजमुखी के असली या नकली फूल लगाए जा सकते हैं।
10- तुलसी का पौधा बेहद कल्याणकारी, बहुउपयोगी, पवित्र एवं शुभ
माना जाता है। तुलसी में एंटीबायोटिक सहित अनेक औषधीय गुण भरे पड़े हैं।
इसका स्पर्श व इसकी हवा दोनों लाभकारी है। इसलिए इसे घर में अवश्य लगाना
चाहिए।
तुलसी का पौधा वायु प्रदूषण को भी कम करता है। तुलसी का पौधा घर के ब्रह्म स्थल में लगाना चाहिए। वैसे इसे घर के किसी भी कोने में लगाया जा सकता है। इसे गंदे स्थान पर न लगाएं।
तुलसी का पौधा वायु प्रदूषण को भी कम करता है। तुलसी का पौधा घर के ब्रह्म स्थल में लगाना चाहिए। वैसे इसे घर के किसी भी कोने में लगाया जा सकता है। इसे गंदे स्थान पर न लगाएं।
11- पौधे व फूलों का उपयोग घर के नुकीले कोणों व उबड़-खाबड़ जमीन को ढकने के लिए किया जा सकता है।
12- घर में खूबसूरत पत्ती वाले पौधे जैसे- साइकस, एक्लिया, अर्लिया, फिलोडेण्ट्रोन व ऐरिका आदि लगाए जा सकते हैं।
13- खुशबूदार फूल वाले पौधे जैसे- चंपा, नागचंपा, चमेली, बेला,
रात रानी आदि फूल लगाए जा सकते हैं। लेकिन इन्हें घर के बाहर ही लगाएं।
14- घर में नकली पौधे नहीं लगाने चाहिए, ये ऐस्थेटिक सेंस के लिहाज से अशुभ
माने जाते है। ये धूप व गंध को भी ज्यादा आकर्षित करते हैं।
15- ऊंचे व घने वृक्ष घर के दक्षिण या पश्चिम भाग में लगाए जा सकते हैं, लेकिन इन्हें घर की दीवारों से थोड़ी दूर पर ही लगाना चाहिए।
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